उरई (जालौन)। लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण कार्य में अनियमिताएं बरतने के आरोप एक बार फिर से सामने आने लगे हैं विगत दिनों उरई से मोहना पुल तक कराये गये आधे अधूरे निर्माण कार्य में अनियमितताओं की शिकायत के बाद जब लखनऊ की जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर सड़क की गुणवत्ता को न सिर्फ परखा बल्कि सैंपल लेकर यह स्पष्ट कर दिया कि मामला कितना क्या गंभीर है। फिलहाल जो भी हो लेकिन सूत्र बतला रहे हैं कि इस सड़क के निर्माण में जिम्मेदारों ने किस कदर गुणवत्ता की अनदेखी कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है।
बताते चलें कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सपा शासन में उरई, राठ, पनबाड़ी मार्ग का निर्माण कार्य कराया जाना था लेकिन कार्यदायी संस्था ने उक्त सड़क निर्माण में ऐसा खेला कर दिया कि उक्त मार्ग पर पड़ने वाले गांव मुहम्मदाबाद व कुसमिलिया में सड़क का निर्माण ही आधा अधूरा छोड़ दिया इतना ही नहीं मोहाना यमुना पुल से धार्मिक स्थल बेड़िया तक तो मानो सड़क का नामोनिशान ही गायब था। जहां से दिन भर गुजरने वाले वाहनों से धूल के गुबार उठते रहते हैं। उक्त सड़क निर्माण कार्य मैं लगातार गुणवत्ताओं की अनदेखी करने और भ्रष्टाचार की शिकायत भी उच्च अधिकारियों तक पहुंच रही थी जिसके क्रम में विगत दिनों लखनऊ के ईएनसी श्री राज एसी सत्यवीर यादव उपनिदेशक संजय सिंह की तीन सदस्यीय संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर सड़क के निर्माण कार्य की गुणवत्ता को परखा यहां तक की टीम निर्माण कार्य स्थल से निर्माण सामग्री का सैंपल को लेकर भी गई है बताया जाता है कि मौके पर पहुंची जांच टीम ने निरीक्षण के उपरांत निर्माण कार्य से जुड़े अभिलेख खंगाले हैं साथ ही गुणवत्ता को परखने के लिए उसे बहुत ही बारीकी से देखा और समझा है फिलहाल जो भी हो लेकिन जिस तरह से निर्माण कार्य में अनियमिताओं की शिकायतें लगातार की जाती रही है उसको देखते हुए इस तरह की संभावना जताई जा रही है कि इस सड़क निर्माण में व्यापक तौर पर अनियमितताएं बरती गई हैं सूत्रों की माने तो मुहाना पुल तक निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया गया है बेड़िया बाबा से मोहना पुल तक सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त देखने को मिल रही है अभी भी सड़क के दोनों और धूल भरी हुई है। कुल मिलाकर यह कहना बेमानी ना होगा कि कार्यदाई संस्था के द्वारा कराई गई निर्माण कार्य पर सवाल खड़े होते हैं तो कोई अतिशयोक्ति नहीं।
सदर विधायक ने की थी सड़क निर्माण में बरती गयी लापरवाही की शिकायत
उरई। जिला मुख्यालय को सीधे राठ को जोड़ने वाले लगभग 55 किमी संपर्क मार्ग निर्माण जिसे उरई-राठ-पनवाड़ी मार्ग से जाना जाता है। जिसका निर्माण कराने की स्वीकृति सपा शासन में मिली थी। इसका टंेडर होने के बाद कार्यदायी संस्था ने उरई से मुहाना पुल तक सड़क का निर्माण कार्य शुरू कराया था। लेकिन सालों बाद भी कार्यदायी संस्था उक्त संपर्क मार्ग का निर्माण पूरा नहीं कर पायी। इतना ही नहीं ग्राम मुहम्मदाबाद व कुसमिलिया गांव से निकली सड़क का निर्माण कराना भी जरूरी नहीं समझा। जब उक्त मामले की शिकायत सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने शासन से की तो पिछले दिनों चार सदस्यीय जांच टीम ने जिले में डेरा जमाया और उक्त सड़क का स्थलीय निरीक्षण कर जांच के लिये सैंपुल भी भरा साथ ही मुहाना पुल तक पहुंचकर सड़क की दुर्दशा को भी अपनी आंखों से देखा। शासन स्तर से जांच टीम आने के बाद कार्यदायी संस्था ही नहीं बल्कि लोनिवि में हड़कंप की स्थिति देखी गयी।